स्वाहा स्तोत्रम | Swaha Stotram |
स्वाहा स्तोत्रम
स्वाहा देवी के यह सोलह नाम बहुत चमत्कारिक है |
जिनके स्मरण से सरवकुछ समर्थ हो जाता है |
संतान प्राप्ति के लिए यह रामबाण है |
इसका पाठ किसी भी दिन किया जा सकता है |
अग्निनारायण की दो पत्निया है स्वाहा और स्वधा देवी |
|| वह्निरुवाच ||
स्वाहाद्याः प्रकृतेरंशा मन्त्रान्तरशरीरिणी |
मंत्राणां फलदात्री च धात्री च जगतां सती ||
सिद्धिस्वरूपा सिद्धा च सिद्धिदा सर्वदा नृणाम् |
हुताशदाहिकाशक्तिस्तत्प्राणाधिकरूपिणी ||
संसारसारूपा च घोरसंसारतारिणी |
देवजीवनरूपा च देवपाषाणकारिणी ||
षोडशैतानि नामानि यः पठेद्भक्तिसंयुतः |
सर्वसिद्धिर्भवेत्तस्य सर्वकर्मसु शोभनम् |
अपुत्रो लभते पुत्रंऽभार्यो लभते प्रियाम् ||
|| इति श्री ब्रह्मवैवर्तमहापुराणे नारायणनारदसंवादे प्रकृतिखण्डे स्वाहा स्तोत्रं सम्पूर्णं ||
स्वाहा स्तोत्रम | Swaha Stotram |
Reviewed by Bijal Purohit
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4:16 am
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