अमृतसिद्धि योग | Amrit Siddhi Yoga |
अमृतसिद्धि योग
अमृतसिद्धियोग सभी कार्यो के लिए उत्तम माना जाता है |
कभी कभी पंचांग में यह देखा जाता है की आज अमृत सिद्धि योग है |
किन्तु कैसे बनता है अमृतसिद्धि योग ?
अमृत सिद्धि जो अमृत के जैसे सिद्धिया प्रदान करता है |
हस्तः सूर्ये मृगः सोमे वारे भौमे तथाश्विनी |
बुधे मैत्रं गुरौ पुष्यों रेवती भृगुनंदने ||
रोहिणी सूर्यपुत्रे च सर्वसिद्धिप्रदायकः |
असावमृतसिद्धीश्च योगः प्रोक्तः पुरातनैः ||
रविवार - हस्त नक्षत्र
सोमवार - मृगशीर्ष नक्षत्र
मंगळवार - अश्विनी नक्षत्र
बुधवार - अनुराधा नक्षत्र
गुरूवार - पुष्य नक्षत्र
शुक्रवार - रेवती नक्षत्र
शनिवार - रोहिणी नक्षत्र
इन दिनों में जब यह नक्षत्र आते है तब अमृत सिद्धि योग बनता है |
जिसमे शुभ कार्य करने से कार्य सिद्ध हो जाते है |
|| अस्तु ||
अमृतसिद्धि योग | Amrit Siddhi Yoga |
Reviewed by Bijal Purohit
on
2:16 am
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